*बिक्री बंद होने से भट्टा संचालक परेशान।*
लेबर को रख पाने में असमर्थ,,,,,,
बहराइच :(NNI 24)इस महामारी ने जिस तरह से पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है लगभख पूरी दुनिया की आर्थिक स्तिथि समाप्त होने की कगार पर पहुंच गई है इस हालत में अपना देश भी साहसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है जिस तरह से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री जी ने कहा था यह लड़ाई जान और जहान दोनों को लेकर लड़नी है जिस आधार पर कुछ बिज़नेस सेक्टरों को काम करने की अनुमति सरकार द्वारा मिली है उसी कड़ी में भट्टा संचालकों को भी भट्टा संचालन करने की अनुमति प्राप्त हुई। एक भट्टे पर लगभग 300 के आसपास लेबर रहती है शासन के निर्देशों को मानते हुए भट्टा संचालको ने अपने अपने भट्टो पर सफाई और दूरी रखते हुए कार्य को शुरू किया तथा लेबर को हर सप्ताह राशन व दवा की व्यवस्था भट्टा संचालको ने देना शुरू कर दिया लेकिन जैसे जैसे समय बीता और बिक्री न होने के कारण भट्टा संचालक के सामने भी रोज़ी रोटी का संकट खड़ा हो गया।
बहराइच भट्टा संघ के संरक्षक जय प्रकाश शर्मा जी अध्यक्ष चंदेव सिंह व महामंत्री मो0 अब्दुल्ला ने कई बार प्रशासन से भट्टे में आने वाली परेशानी को बताया कि भट्टे को चलाने के लिए लकड़ी कोयले व बालू (पलोथन) की ज़रुरत होती है जो उनको नही मिल पा रहा है जिसमे भट्टा संचालको को काफी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा है
जिस प्रकार भट्टे में लगे ट्रेक्टर ट्रॉली को पुलिस द्वारा रोक दिया जा रहा है जबकि प्रशासन द्वारा भट्टे चलाने एवँ बिक्री पर रोक का कोई आदेश नही है पुलिस की इस मनमानी के कारण आज भट्टे पर चलने वाले ट्रेक्टर और लेबर जो ईंट ढुलाई का कार्य करते है उनके सामने भी रोज़ी रोटी का संकट खड़ा हो गया है भट्टा संचालक भी भट्टा चलाने में असमर्थ दिख रहे हैं
अगर समय रहते प्रशासन न चेता तो बहराइच जनपद में लगभग 250 भट्टे बन्द हो सकते है और भट्टे पर रहने वाले हजारों लेबर के सामने एक बहुत बड़ी समस्या खड़ी ही सकती है तमाम भट्टो पर दूसरे राज्यों के लेबर भी हैं जिनको भुखमरी से बचाने और रखने की समस्या हो सकती है
इस समस्याओं पर जब भट्टा यूनियन के महामंत्री मोहम्मद अब्दुल्ला से बात हुई तो उन्होंने बताया कि प्रशासन से बात हुई है बहुत जल्द ही कोई निष्कर्ष निकलेगा।